यूपी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आगरा के फतेहपुर में प्राथमिकी
दर्ज होने के बाद ‘प्रश्न पत्र लीक’ होने की बात से साफ इनकार किया है। दरअसल, बीते दिनों 12वीं का
गणित और बॉयलोजी का प्रश्न पत्र लीक हो गया था।
अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) दीपक कुमार और यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा,
“परीक्षा शुरू होने के डेढ़ घंटे बाद प्रश्न पत्र वाट्सग्रुप में शेयर किया गया था। पेपर दोपहर 2 बजे शुरू
हुआ था और प्रश्न पत्र 3.15 मिनट पर शेयर किया गया।”
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा, “अगर प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने के डेढ़ घंटे बाद वाट्सएप पर
शेयर किया जाता है, तो हम इसे कैसे लीक कह सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद हम इस पूरे मामले की
जांच कर रहे हैं।”
दिव्यकांत शुक्ला ने कहा कि संयुक्त शिक्षा निदेशालय के निदेशक मुकेश अग्रवाल ने सूचना दी है कि
विनय चौधरी नाम के शख्स ने ‘ऑल प्रिसंपल आगरा’ के नाम से प्रश्न पत्र वाट्सग्रुप में साझा किए थे।
उन्होंने आगे कहा कि चौधरी सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
इससे पहले मुकेश अग्रवाल ने कहा,
“हमने घटना के बाद एक समिति का गठन किया है और उसके
अनुसार ही संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। जिन लोगों
ने यह कृत्य किया है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”