UP: हस्तशिल्पियों के लिए महत्वपूर्ण मंच साबित हो रहा महाकुम्भ

UP के प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ मेला राज्यके हस्तशिल्पियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो रहा है। मेला क्षेत्र के लगभग छह हजार वर्ग
मीटर में लगाई गई ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ओडीओपी) प्रदर्शनी में कालीन, जरी-जरदोजी का काम,फिरोजाबाद के कांच के खिलौने और वाराणसी के लकड़ी के खिलौने समेत कई बेहतरीन हस्तशिल्पप्रदर्शित किए जा रहे हैं।प्रयागराज मंडल में संयुक्त उद्योग आयुक्त शरद टंडन ने बताया कि 2019 में आयोजित पिछले
कुम्भ की तुलना में कारोबार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।टंडन ने बताया, “2019 में 4.30 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था लेकिन इस बार हमें 35 करोड़
रुपये तक के कारोबार की उम्मीद है।

यह उल्लेखनीय वृद्धि रोजगार के नये अवसर प्रदान करेगीऔर छोटे उद्यमियों को सशक्त बनाएगी।”ई-कॉमर्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनी ‘फ्लिपकार्ट’ ने एक स्टॉल लगाया है, जहां स्थानीय उद्यमियों कोमुफ्त बिक्री का अवसर दिया जा रहा है।कारीगर और हस्तशिल्प विक्रेता अब बिना किसी शुल्क के फ्लिपकार्ट के मंच पर अपने उत्पाद बेचसकते हैं, जो बड़ी संख्या में खरीदारों और आगंतुकों को आकर्षित कर रहा है।प्रदर्शनी विभिन्न शिल्प और भौगोलिक संकेतक (जीआई) उत्पादों के माध्यम से उत्तर प्रदेश कीसमृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी सामने लाती है।जीआई विशेषज्ञ रजनीकांत ने बताया कि इस पहल के तहत राज्य के 75 जीआई उत्पाद प्रदर्शित
किए गए हैं, जिनमें वाराणसी की लाल मिर्च, बनारसी साड़ियां, प्रतापगढ़ का आंवला, मिर्जापुर केपीतल के बर्तन और गोरखपुर का टेराकोटा शामिल हैं।

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