गौतमबुद्धनगर में 231 नवचयनित पुलिस अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण Training शुरू, CP लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में उत्कृष्ट व्यवस्था
नोएडा, 05 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती-2023 के तहत चयनित 60,244 अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण Training कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश भर के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों पर शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में, पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के कुशल नेतृत्व में 231 नवचयनित अभ्यर्थियों (213 पुरुष और 18 महिला) के लिए ज्वॉइनिंग ट्रेनिंग कोर्स (जे0टी0सी0) का सफल आयोजन किया गया है।

पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में प्रशिक्षण Training की रूपरेखा इस तरह तैयार की गई है कि अभ्यर्थियों को न केवल पुलिसिंग के तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं की गहन जानकारी मिले, बल्कि वे अनुशासित, दक्ष, संवेदनशील और उत्तरदायी पुलिसकर्मी के रूप में विकसित हों।

प्रशिक्षण केंद्र पर आवास, पौष्टिक भोजन, स्वच्छता, डिजिटल कक्षाएं, पुस्तकालय, जिम, खेलकूद और चिकित्सा जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। बैरकों में आरामदायक ठहराव, आधुनिक मैस, स्वच्छ शौचालय, शुद्ध पेयजल और आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित की गई हैं।

चिकित्सा सुविधाओं का विशेष ध्यान:
प्रशिक्षण Training केंद्र पर दो योग्य चिकित्सक और दो प्रशिक्षित नर्स तैनात हैं, जो नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और आपातकालीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। आवश्यक दवाओं और प्राथमिक उपचार किट की भी समुचित व्यवस्था की गई है।
प्रशिक्षण Training प्रणाली:
पुलिस लाइन, सूरजपुर में एक माह के जे0टी0सी0 के बाद अभ्यर्थियों को नौ माह का रिक्रूट ट्रेनिंग कोर्स (आर0टी0सी0) प्रदान किया जाएगा। जे0टी0सी0 में अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश पुलिस का इतिहास, संगठनात्मक ढांचा, पुलिस प्रतीक चिन्ह, कर्तव्य, आचरण नियमावली, भारतीय संविधान, मानवाधिकार, लैंगिक संवेदनशीलता, सोशल मीडिया नीति और नैतिकता जैसे विषयों की जानकारी दी जा रही है। बाह्य प्रशिक्षण Training में शारीरिक व्यायाम, योग, खेलकूद, मार्चिंग, सैल्यूटिंग और टोली गठन जैसे व्यावहारिक अभ्यास शामिल हैं।

कुशल संचालन:
प्रशिक्षण Training के लिए पुलिस उपायुक्त मुख्यालय रवि शंकर निम को नोडल अधिकारी और सहायक पुलिस आयुक्त हेमंत उपाध्याय को प्रशिक्षण प्रभारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, 9 पैडागॉजी अध्यापक, 19 आईटीआई प्रशिक्षक, 10 पीटीआई, 4 मैस ड्यूटी कर्मचारी और 1 दिवसाधिकारी तैनात हैं।पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में यह प्रशिक्षण न केवल एक पाठ्यक्रम है, बल्कि एक सशक्त मंच है जो अभ्यर्थियों को मानसिक, शारीरिक और नैतिक रूप से सुदृढ़ बनाएगा। यह व्यवस्था भविष्य में प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और अधिक सशक्त, संवेदनशील और प्रभावी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
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