ग्रेटर नोएडा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) नेगौतमबुद्ध नगर की एक बहुराष्ट्रीय आईटी कंपनी के जलमल शोधन संयंत्र के टैंक में तीन workers के डूब जाने की खबरों पर संज्ञान लिया है। आयोग ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार और राज्यके पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है।
एनएचआरसी ने शुक्रवार को कहा, 25 जून कोप्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तीनों workers बीस साल की उम्र के थे। वे पिछले दो वर्षों सेकंपनी के रखरखाव दल के हिस्से के रूप में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में तैनात थे। अधिकारी सतर्क रहने
और ऐसी खतरनाक गतिविधियों पर नजर रखते हुए उचित निगरानी करने में विफल रहे, जिनमेंश्रमिकों को ऐसे खतरनाक काम करने के लिए लगाया गया था।

आयोग ने कहा कि पीड़ित ओवरफ्लोहो रहे सीवर को ठीक करने के लिए सबमर्सिबल पंप की मरम्मत करते समय टैंक में गिरकर डूबगए। यदि खबर सही है तो मृतकों के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। इसेदेखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किए गए हैं और एकसप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
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आयोग ने कहा कि रिपोर्ट में दर्ज प्राथमिकी कीस्थिति, जिम्मेदार लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई और नियोक्ता तथा संबंधित अधिकारियों द्वारामृतक श्रमिकों के परिजनों को दी जाने वाली राहत एवं पुनर्वास की जानकारी होनी चाहिए। बयान में
कहा कि आयोग लगातार पर्याप्त और उचित सुरक्षात्मक या सुरक्षा गियर या उपकरण के बिनाखतरनाक सफाई की गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की वकालत कर रहा है।
खतरनाक सफाईकार्य करते समय किसी सफाई workersकी मृत्यु होने की स्थिति में अधिकारियों की जिम्मेदारी और
जवाबदेही तय करने के अलावा काम के अनुकूल और प्रौद्योगिकी आधारित रोबोटिक मशीनों केउपयुक्त उपयोग की भी वकालत की गई है।
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