समाजवादी पार्टी (सपा) के महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा है
कि वह आगामी 11 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों के साथ अयोध्या नहीं जाएंगे
बल्कि पार्टी नेता अखिलेश यादव से उनके तथा पार्टी के अन्य सदस्यों के लिये अयोध्या जाने की अलग
से व्यवस्था करने की गुजारिश करेंगे।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जब भगवान राम का बुलावा आयेगा तब वह एक श्रद्धालु के
रूप में अयोध्या जाएंगे।दरअसल विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन के सभी सदस्यों को 11 फरवरी को अयोध्या में
रामलला के दर्शन का न्योता दिया है।
शिवपाल ने इसी संबंध में पूछे जाने पर टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, ”11 फरवरी को अयोध्या जाने का हम लोगों का कोई औचित्य नहीं है। हम अपने नेता
अखिलेश यादव से कहेंगे कि वह अलग से व्यवस्था कराएं, तब हम जाएंगे।”
यादव ने कहा कि खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को ही गत 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम
का निमंत्रण नहीं मिला तो सपा के बाकी लोग इस कार्यक्रम में कैसे जाते।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधान भवन में इस बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, ”मैं पहले
ही कह चुका हूं कि मैं एक दर्शनार्थी के रूप में अपने परिवार के साथ अयोध्या जाऊंगा। जब भगवान राम
का बुलावा आएगा तो मैं जाऊंगा।”
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान सभी सदस्यों
को सरकार के निमंत्रण की जानकारी दी थी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से सभी दलों
के सदस्यों को 11 फरवरी को अयोध्या आने का निमंत्रण दिया।
महाना ने कहा था, ”मुख्यमंत्री की मौजूदगी में पार्टी नेताओं ने उन्हें अयोध्या ले जाने का अनुरोध किया
था। शिवपाल सिंह यादव (वरिष्ठ सपा नेता) ने भी कहा था कि अगर विधानसभा अध्यक्ष हमें ले जाएंगे
तो हम जाएंगे। मैं आपको आमंत्रित कर रहा हूं।’
अध्यक्ष ने कहा था कि उन्हें 11 फरवरी को पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे तक अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है।
सदस्य पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे और फिर दोपहर साढ़े 12 से दो बजे तक राम मंदिर में दर्शन
करेंगे।
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में विगत 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा
कार्यक्रम संपन्न हुआ था।