उत्तर प्रदेश में नवनियुक्त सिपाहियों के लिए बदले नियम: सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर योगी सरकार सख्त
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाल ही में भर्ती हुए 6,372 नवनियुक्त सिपाहियों के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं, खासकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के संबंध में। इन निर्देशों का उल्लंघन करने पर सिपाहियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
योगी सरकार ने यह कदम सिपाहियों Constable द्वारा सोशल मीडिया पर भर्ती और ट्रेनिंग से जुड़ी गोपनीय जानकारी पोस्ट करने की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए उठाया है।

नियमों के विरुद्ध पोस्ट पर होगी सख्त कार्रवाई
हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 60,000 सिपाहियों की भर्ती की गई है, जिससे पुलिस विभाग को महत्वपूर्ण सुदृढ़ीकरण मिला है। इन नवनियुक्त सिपाहियों Constable में यह चलन देखा गया है कि वे अपना नियुक्ति पत्र मिलने के बाद या ट्रेनिंग के दौरान अपनी खुशी व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे इंस्टाग्राम, ट्विटर, फेसबुक आदि पर पोस्ट और वीडियो साझा करते हैं। हालांकि, योगी सरकार ने अब इस पर कड़ा रुख अपना लिया है।
पुलिस विभाग का स्पष्ट कहना है कि नियुक्ति पत्र मिलने के बाद सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की ऐसी पोस्ट डालना जो भर्ती नियमों के विरुद्ध हो, स्वीकार्य नहीं होगा। यदि कोई भी नवनियुक्त सिपाही इन नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह निर्णय पुलिस अधीक्षक (SP) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) सहित उच्च अधिकारियों की एक बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें सभी सिपाहियों को इन नए दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया।
ट्रेनिंग वीडियो और गोपनीय जानकारी साझा करने पर प्रतिबंध
नए दिशा-निर्देशों में विशेष रूप से ट्रेनिंग से संबंधित वीडियो और जानकारी को गोपनीय रखने पर जोर दिया गया है। सिपाहियों Constable को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि वे अपनी ट्रेनिंग से संबंधित किसी भी वीडियो या तस्वीर को सोशल मीडिया पर अपलोड न करें। इसके अतिरिक्त, नियुक्ति पत्र के साथ किसी भी प्रकार की वीडियो या पोस्ट साझा करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि सिपाही भर्ती परीक्षा और ट्रेनिंग प्रक्रिया से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण नियमों और शर्तों को गोपनीय रखा जा सके। ट्रेनिंग प्रदान करने वाले विभाग की ओर से यह निर्देश जारी किया गया है कि ट्रेनिंग की सभी नियम और शर्तों का पालन किया जाएगा और पूरी प्रक्रिया को गोपनीय रखा जाएगा। इन नियमों का पालन न करने वाले किसी भी सिपाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस बल को मिला नया आयाम, लेकिन अनुशासन सर्वोपरि
बड़ी संख्या में सिपाहियों Constable की भर्ती से उत्तर प्रदेश पुलिस बल को मजबूती मिली है, जिससे कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी। हालांकि, इसके साथ ही विभाग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि यह नया बल पूर्ण अनुशासन और गोपनीयता के साथ कार्य करे। सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी या विभागीय गोपनीयताओं को साझा करने से न केवल सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ सकती हैं, बल्कि यह पुलिस बल की कार्यप्रणाली की अखंडता को भी प्रभावित कर सकता है।

आज के समय में सोशल मीडिया पर नव-नियुक्त सिपाहियों Constable द्वारा अपनी गतिविधियों को पोस्ट करना एक ट्रेंड बन चुका है। लेकिन अब जारी की गई नई गाइडलाइंस के अनुसार, ऐसा करना नियमों के विरुद्ध होगा। विभाग का मानना है कि पुलिसिंग एक संवेदनशील पेशा है, और इसमें गोपनीयता और अनुशासन का पालन अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी नवनियुक्त सिपाहियों Constable से अपेक्षा की जाती है कि वे इन सख्त दिशानिर्देशों का पालन करें और अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों को समझते हुए सोशल मीडिया का उपयोग करें। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी लोग इन निर्देशों पर अमल करें और नियमों का पूरी तरह से पालन करें।
ये भी पढ़ें…….
इस पेज को फॉलो करें: UN NEWS WHATSAPP
ग्रेटर नोएडा में लोहा लूट गिरोह का भंडाफोड़, सरगना तनु सहित नौ गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही,रोज़ा याकूबपुर की बदहाल सड़कें,जनता परेशान
Follow this page: @UNNEWS_24X7
ईरान के हमलों से इजरायल के रिशोन लीजियन में बर्बादी का मंजर!