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Toggleउत्तराखंड में पंचायत Election चुनाव का शंखनाद: नामांकन शुरू, राजनीतिक सियासत तेज
देहरादून, उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत Election चुनावों का बिगुल बज चुका है, और इसी के साथ राज्य की ग्रामीण राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
लंबे इंतजार के बाद शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया ने राजनीतिक दलों और स्थानीय उम्मीदवारों में उत्साह का संचार कर दिया है। पांच जुलाई तक चलने वाली नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन ही उत्साहजनक आंकड़े सामने आए हैं, जो इन चुनावों के महत्व को दर्शाते हैं।

नामांकन प्रक्रिया का आरंभ और प्रारंभिक रुझान
उत्तराखंड राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, नामांकन के पहले दिन यानी 2 जुलाई को प्रदेशभर में कुल 2167 नामांकन दाखिल किए गए। इनमें जिला पंचायत सदस्य की कुल 358 सीटों में से 42 सीटों पर उम्मीदवारों ने पर्चे भरे। ग्राम प्रधान पद के लिए सर्वाधिक 1327 नामांकन दर्ज किए गए, जबकि क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 534 उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पेश की।
चमोली जैसे दूरस्थ जिले में भी नामांकन के पहले दिन 221 नामांकन हुए, जिसमें ग्राम प्रधान के लिए 152 प्रत्याशियों ने नामांकन कर अपनी सक्रियता दिखाई। यह बताता है कि ग्रामीण स्तर पर नेतृत्व के लिए जबरदस्त होड़ है और स्थानीय लोकतंत्र अपनी पूरी ऊर्जा के साथ सक्रिय हो गया है। पांच जुलाई तक नामांकन पत्रों को दाखिल करने का सिलसिला जारी रहेगा, जिसके बाद उम्मीदवारों की अंतिम संख्या स्पष्ट होगी।
भाजपा की रणनीति और प्रत्याशियों की सूची
नामांकन प्रक्रिया के साथ ही राजनीतिक दलों ने भी अपनी कमर कस ली है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन Election चुनावों को गंभीरता से लिया है और जिला पंचायत सीट पर अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। कुल 28 जिला पंचायत सीटों में से भाजपा ने पहले चरण में 17 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। यह भाजपा की रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत वह अपनी जमीनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।
पंचायत Electionचुनाव, राज्य में पार्टियों की ग्रामीण क्षेत्रों में स्वीकार्यता का एक महत्वपूर्ण पैमाना होते हैं और भविष्य के विधानसभा या लोकसभा चुनावों के लिए एक मजबूत आधार तैयार करते हैं। अन्य राजनीतिक दल भी जल्द ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे, जिससे चुनावी रण और भी रोमांचक हो जाएगा।
चुनाव प्रक्रिया का विस्तृत कार्यक्रम
राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनावों के लिए विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है। नामांकन पत्रों की जांच 7 जुलाई से 9 जुलाई तक की जाएगी। इसके बाद, 10 जुलाई से 11 जुलाई तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे। मतदान दो चरणों में संपन्न होगा। पहले चरण का मतदान 24 जुलाई को होगा, जिसमें प्रदेश के 89 में से 49 विकासखंडों में मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। दूसरे चरण का मतदान 28 जुलाई को होगा, जिसमें शेष 39 ब्लॉकों में वोट डाले जाएंगे। सभी चरणों के मतदान के बाद, 31 जुलाई को मतगणना होगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे, जिससे राज्य की नई ग्रामीण सरकार का गठन होगा।

दो चरणों में चुनाव और हरिद्वार का अपवाद
उत्तराखंड में पंचायतों का कार्यकाल नवंबर 2024 में ही समाप्त हो गया था। तब से लेकर अब तक, कुछ पंचायतों को प्रशासकों के हवाले किया गया था, जबकि कुछ समय के लिए वे बिना प्रशासकों के भी कार्य कर रही थीं। अब जाकर चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बहाल करेगी। उत्तराखंड में ये Election चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं, ताकि चुनाव आयोग और प्रशासन को मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने में आसानी हो।
खास बात यह है कि उत्तराखंड के 12 जिलों में ये चुनाव हो रहे हैं, लेकिन हरिद्वार जिले को इस बार पंचायत चुनाव से बाहर रखा गया है। इसका कारण यह है कि हरिद्वार जिले में पंचायत चुनाव 2022 में ही संपन्न हो चुके थे। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के समय से ही हरिद्वार जिले और शेष 12 जिलों में पंचायत चुनाव अलग-अलग समय पर आयोजित होते रहे हैं, जो इस अंतर का एक ऐतिहासिक कारण है।
कुल 66 हजार से अधिक पदों पर होगा चुनाव
इस बार के त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में कुल 66 हजार 418 पदों के लिए मुकाबला होगा। इनमें ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के पद शामिल हैं। सबसे अधिक संख्या ग्राम पंचायत सदस्यों के पदों की है, जो 55 हजार 587 हैं। यह दर्शाता है कि इन Election चुनावों का प्रभाव सीधे तौर पर ग्रामीण स्तर पर हजारों परिवारों और लाखों मतदाताओं पर पड़ेगा। ये चुनाव न केवल स्थानीय स्तर पर विकास की नई इबारत लिखेंगे, बल्कि राज्य की समग्र राजनीतिक दिशा को भी प्रभावित करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों से मिलने वाला जनादेश आगामी विधानसभा और लोकसभा Election चुनावों के लिए राजनीतिक दलों की रणनीतियों को भी आकार देगा।