आनंद विहार में बन रहा ट्रांसपोर्ट का मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन हब


स्टेशनों को कॉनकोर्स लेवल पर जोड़ने के लिए पाथवे बनाया गया है। नमो भारत ट्रेन का संचालन शुरू
हो जाने के बाद इस ट्रेन से उतरकर ब्लू लाइन और पिंक लाइन मेट्रो में सफर करने के लिए यात्रियों को
स्टेशन से बाहर नहीं निकलना पड़ेगा। वह इस पाथवे के जरिए एक ट्रेन से दूसरी ट्रेन तक पहुंच सकेंगे।
यहां से लोग अन्य राज्यों के लिए बस और रेल का सफर भी शुरू कर सकेंगे।


एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ
आरआरटीएस कॉरिडोर पर आनंद विहार के आरआरटीएस स्टेशन को मेट्रो स्टेशन के नजदीक बनाया गया
है। आनंद विहार स्टेशन का ढांचा अब कॉनकोर्स लेवल तक बनकर तैयार हो चुका है। अब मेट्रो और


आरआरटीएस के स्टेशनों को आपस में जोड़ दिया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए आनंद विहार
आरआरटीएस स्टेशन को इस तरह डिजाइन किया गया है, ताकि यात्रियों के लिए यातायात के अन्य
संसाधनों से बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके। मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन प्लान के तहत यहां आरआरटीएस
स्टेशन को न सिर्फ मेट्रो लाइन से बल्कि रेल नटवर्क, अंतरराज्यीय बस अड्डे समेत सभी परिवहन

साधनों से कनेक्ट किया गया है। इससे बुज़ुर्गों, महिलाओं, बच्चों व अन्य यात्रियों को एक ट्रांसपोर्ट
सिस्टम से दूसरे ट्रांसपोर्ट सिस्टम तक आवागमन करने में आसानी होगी। मेट्रो और आरआरटीएस स्टेशन
के कॉनकोर्स लेवल को आपस में जोड़ने के लिए एस्कलेटर और लिफ्ट लगाई गई हैं, ताकि यात्री एक से
दूसरे स्टेशन तक आसानी से पहुंच सके।


लिफ्ट व एस्कलेटर लगाए गए
दिल्ली सेक्शन पर बनाया जा रहा आनंद विहार स्टेशन भूमिगत होगा। 297 मीटर लंबे और 35 मीटर
चौड़े इस स्टेशन पर प्लेटफार्म व कॉनकोर्स लेवल बनकर तैयार हो गए हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए
यहां तीन लिफ्ट लगाई गई हैं। इनमें एक लिफ्ट कॉनकोर्स से प्लेटफॉर्म पर जाने और दो मेट्रो स्टेशन


तक आवागमन के लिए बनाई गई हैं। यहां पांच एस्कलेटर भी लगाए जा चुके हैं। इनमें तीन एस्कलेटर्स
कॉनकोर्स से प्लेटफॉर्म पर आवागमन के लिए और दो मेट्रो स्टेशन को जोड़ने के लिए लगाए गए हैं।
एनसीआरटीसी के सीपीआरओ ने बताया कि स्टेशन में ट्रैक बिछाने का काम तेजी से किया जा रहा है
और फ्लोरिंग का काम अंतिम चरण में है। तकनीकी रूम भी बनकर तैयार हो चुके हैं। भूमिगत स्टेशन
में रोशनी के लिए फसाड़ लाइटें लगाने और फॉल सीलिंग का काम कराया जा रहा है।


रेलवे स्टेशन की ओर भी बनेगा प्रवेश द्वार
आरआरटीएस के आनंद विहार स्टेशन में यात्रियों के लिए प्रवेश और निकास के लिए दो-दो द्वार बनाए
जा रहे हैं। एक प्रवेश व निकास द्वार चौधरी चरण सिंह मार्ग की तरफ व एक आनंद विहार रेलवे स्टेशन
की तरफ बनाया जाएगा। आनंद विहार रेलवे स्टेशन की ओर प्रवेश और निकास द्वार बन जाने से यहां
नमो भारत ट्रेन और रेलवे स्टेशन तक भी यात्रियों का आवागमन आसान हो जाएगा। स्टेशन को मुख्य


मार्ग से जोड़ने के लिए गाजीपुर ड्रेन पर तीन पुलों का निर्माण कार्य भी तेजी से कराया जा रहा है। एक
पुल के जरिए मुख्य मार्ग से आरआरटीएस स्टेशन में प्रवेश और दूसरे बाहर निकलने का रास्ता बनाया
जाएगा। तीसरा पुल पैदल यात्रियों के लिए बनाया जा रहा है। इनमें से दो पुलों की स्लैब कास्टिंग पूरी हो
चुकी है।

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