CM योगी का बड़ा बयान: पाकिस्तान पर ‘Tested’ हुई Missiles मिसाइलें, अब दुनिया के लिए ‘Trusted’
गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गाजियाबाद में एक बड़े बयान से सबका ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान ब्रह्मोस और आकाश Missiles मिसाइलों का परीक्षण पाकिस्तान पर किया गया था, और अब ये Missiles मिसाइलें दुनिया भर के लिए भरोसेमंद बन गई हैं।

मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी 30 मेगावाट क्षमता वाले CEL-ESDS ग्रीन डेटा सेंटर की आधारशिला रखते हुए की, जो राज्य में प्रौद्योगिकी और रक्षा क्षेत्र के बढ़ते महत्व को रेखांकित करता है Missiles।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश में हुए अभूतपूर्व निवेश और विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पिछले आठ वर्षों में, उत्तर प्रदेश को 50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इसमें विशेष रूप से रक्षा इकाइयों के लिए 25,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश शामिल है, जो राज्य को रक्षा उत्पादन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि सेंटर इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (CEL), गाजियाबाद स्थित यह प्रतिष्ठित संस्थान, लखनऊ में विकसित किए जा रहे रक्षा औद्योगिक गलियारे के एक महत्वपूर्ण नोड के रूप में कार्य करता है।
CEL ब्रह्मोस Missiles मिसाइलों के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण घटकों और उत्पादों की आपूर्ति करता है। अपने बयान को दोहराते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा, “हाल ही में, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमने आकाश Missiles मिसाइल और ब्रह्मोस Missiles मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
मुझे लगता है कि हम कह सकते हैं कि ये Missiles मिसाइलें पाकिस्तान पर परीक्षण की गई हैं और अब दुनिया के लिए भरोसेमंद बन गई हैं।” यह बयान न केवल भारत की रक्षा क्षमताओं में विश्वास दर्शाता है, बल्कि वैश्विक मंच पर उसकी बढ़ती विश्वसनीयता को भी रेखांकित करता है।

विकसित भारत के सपने को साकार करती CEL
मुख्यमंत्री ने CEL की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान मिसाइलों के लिए राडोम, रडार सिस्टम, स्पीड कंट्रोल और अन्य महत्वपूर्ण घटकों तथा प्रणालियों की आपूर्ति करता है। यह कार्यक्रम CEL के स्वर्ण जयंती समारोह के साथ हुआ, जो संस्थान के लंबे और गौरवशाली इतिहास का प्रमाण है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह, राज्य आईटी मंत्री सुनील कुमार शर्मा और राज्य समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी उपस्थित थे, जिन्होंने CEL परिसर में डेटा सेंटर की आधारशिला रखी।
आदित्यनाथ ने याद किया कि एक समय था जब CEL के भविष्य को लेकर अनिश्चितता थी और विनिवेश की बातें चल रही थीं। लेकिन अब, उन्होंने कहा, यह मिनी-रत्न कंपनी “विकसित भारत” के सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि CEL भारत में अपनी तरह का पहला डेटा सेंटर स्थापित कर रहा है, जो इसकी तकनीकी क्षमता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह डेटा सेंटर न केवल CEL की क्षमताओं में वृद्धि करेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को डेटा सेंटर हब के रूप में विकसित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

कोविड काल और डेटा सेंटर का विकास
मुख्यमंत्री ने कोविड काल के अनुभवों को भी साझा किया। उन्होंने याद किया कि कोविड महामारी से पहले जब उन्होंने राज्य में डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए निवेशकों से संपर्क किया था, तब निवेशकों में संदेह का माहौल था।
हालांकि, उन्होंने गर्व से बताया कि उत्तर प्रदेश का पहला डेटा सेंटर 2022 में उद्घाटित हुआ और अब राज्य में छह डेटा सेंटर सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं। यह राज्य में डिजिटल बुनियादी ढांचे के तेजी से विकास को दर्शाता है। Missiles
CEL के पुनरुद्धार के बारे में बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने समर्पित नेतृत्व की सराहना की, जिसने संस्थान को विनिवेश से बचाया और उसे फिर से विकास के पथ पर लाया। उन्होंने कहा, “इस संस्थान का एक इतिहास है। 1977 में यहां सोलर सेल बनाई गई थी, जब देश में कोई इसकी क्षमता को नहीं समझता था।
1977 में, केवल खबर थी कि जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आई है और इंदिरा गांधी की सरकार को हटा दिया गया है। उस समय सोलर सेल के बारे में कोई जागरूकता नहीं थी।” यह दर्शाता है कि CEL हमेशा से नवाचार में अग्रणी रहा है, भले ही उस समय उसकी क्षमता को पूरी तरह से पहचाना न गया हो।
आज, CEL न केवल रक्षा क्षेत्र में बल्कि हरित ऊर्जा और डेटा प्रबंधन में भी भारत के भविष्य को आकार दे रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश और देश दोनों को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा रहा है।
ये भी पढ़ें…….
इस पेज को फॉलो करें: UN NEWS WHATSAPP
भंगेल एलिवेटेड रोड के नीचे पार्किंग Parking की मांग, विधायक पंकज सिंह ने दिया आश्वासन
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही,रोज़ा याकूबपुर की बदहाल सड़कें,जनता परेशान
Follow this page: @UNNEWS_24X7
नोएडा प्राधिकरण को जल्द ही मिलेगा उसका नया आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रशासनिक भवन।