संकट के बीच वतन वापसी: 1700 से ज़्यादा भारतीय सुरक्षित भारत पहुंचे
ईरान और इजरायल के बीच गहराते संकट ने क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंचा दिया है. ऐसे भयावह माहौल के बीच, भारत India सरकार ने एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए ईरान में फंसे 1700 से अधिक भारतीय नागरिकों की सकुशल घर वापसी सुनिश्चित की है.
इस मानवीय अभियान को “ऑपरेशन सिंधु” नाम दिया गया है, जिसके तहत लगातार भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत लाया जा रहा है. देश लौटते ही अपने परिवार और परिचितों से मिलकर इन भारतीयों के चेहरे खिल उठे, जो इस मुश्किल घड़ी में एक बड़ी राहत की बात है.

‘ऑपरेशन सिंधु’ की सफलता: 1700 से अधिक भारतीयों की वापसी
ऑपरेशन सिंधु India भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक महत्वपूर्ण निकासी अभियान है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ईरान में संकटग्रस्त परिस्थितियों में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित उनके वतन वापस लाना है. हाल ही में, इसी अभियान के तहत 285 यात्रियों का एक विशेष विमान दिल्ली पहुंचा.
इस विमान में मुख्य रूप से उन भारतीय नागरिकों को लाया गया जो ईरान में जारी तनाव के कारण चिंतित थे. इस नवीनतम वापसी के साथ, अब तक कुल 1735 भारतीय नागरिक सुरक्षित अपने देश लौट चुके हैं.
India भारत सरकार ने इस ऑपरेशन को बेहद व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया है. भारतीय दूतावास ईरान में फंसे भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. एयरपोर्ट पर अपने परिजनों से मिलकर लौटे भारतीयों के चेहरों पर खुशी और राहत साफ देखी जा सकती थी. यह दिखाता है कि संकट के समय देश अपनी जनता के साथ मजबूती से खड़ा है.

मौत के साये से निकलकर आई जिंदगी की कहानी
ईरान की मौजूदा स्थिति काफी भयावह हो गई है, क्योंकि ईरान और इजरायल के बीच युद्ध अपने आखिरी मुहाने पर खड़ा है. ऐसे में, ईरान में फंसे भारतीयों के लिए हर पल अनिश्चितता भरा था. मौत के साए से निकलकर India भारत लौटे इन नागरिकों ने अपने दर्द और अनुभव को साझा किया.
उन्होंने बताया कि किस तरह दोनों देशों के बीच भीषण जंग छिड़ी हुई है और कैसे वे हर पल अपने जीवन को लेकर आशंकित थे.
इन नागरिकों ने India भारत सरकार और ‘ऑपरेशन सिंधु’ की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें इतनी जल्दी और सुरक्षित तरीके से भारत वापस लाया गया, यह किसी चमत्कार से कम नहीं है. 18 जून को ‘ऑपरेशन सिंधु’ की शुरुआत हुई थी, जिसकी यह पहली बड़ी सफलता थी. शुरुआती चरण में 285 यात्रियों से भरा विमान दिल्ली पहुंचा, जिसके बाद धीरे-धीरे अन्य भारतीयों को भी वापस लाया जा रहा है. सरकार ने स्पष्ट किया है कि ईरान में रहने वाले सभी भारतीयों को सुरक्षित वापस लाना इस ऑपरेशन का लक्ष्य है.
किन राज्यों के नागरिक हुए वापस?
केंद्रीय राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने इस अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि “ईरान से 285 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष निकासी विमान नई दिल्ली पहुंच गया है.” उन्होंने आगे बताया कि उस विमान में सवार 285 भारतीय नागरिक मुख्य रूप से 10 विभिन्न राज्यों से थे. इनमें प्रमुख रूप से बिहार, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्य शामिल हैं.

मंत्री ने यह भी बताया कि ईरान से अब तक निकाले गए भारतीय नागरिकों की कुल संख्या 1713 हो गई है (ध्यान दें: लेख के आरंभ में 1735 का आंकड़ा दिया गया था, यह आंकड़ा अपडेट हो सकता है). मार्गेरिटा ने आगे कहा, “हमने अगले 2 दिनों के लिए ईरान से 2-3 और उड़ानें निर्धारित की हैं.” उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि भारत सरकार ईरान और इज़राइल में रहने वाले अपने सभी भारतीय नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में है.
यह दिखाता है कि सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और उन्हें किसी भी प्रकार के खतरे से बचाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है. यह ऑपरेशन भारत की विदेश नीति और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है.
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