इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड में बुधवार से सरफेस फिनिशिंग
पर तीन दिवसीय सम्मेलन और प्रदर्शनी शुरू हो गई।
यह 16 फरवरी तक चलेगी। इस कार्यक्रम का
उदघाटन राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक और इंजीनियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर संगमू
मून और विक्टोरा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के माननीय अध्यक्ष एसएस बंगा ने किया। प्रदर्शनी में 150
प्रतिष्ठित कंपनियों ने अपने उत्पादों, सेवाओं और नई प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया। साथ ही तकनीकी
सम्मेलन में दुनिया भर के वक्ताओं द्वारा प्रस्तुत लगभग 43 शोध पत्र पर प्रकाश डाला गया है।
सरफेस फिनिशिंग उद्योग के स्थापित मापदंडों को नए-नए विकल्प और प्रोत्साहन देगा। इससे नवाचार
और उन्नति के एक नए युग की शुरुआत होगी। एमएफएआई के प्रेसिडेंट सुनील गोयल ने कहा कि यह
प्रदर्शनी सरफेस फिनिशिंग कम्युनिटी, अकादमिक एवं अनुसंधान समुदाय को कई अवसर प्रदान करेगी।
सम्मेलन के अलावा, प्रतिष्ठित संस्थानों, प्रयोगशालाओं एवं अकादमिक संगठनों के शोधकर्ता और
अकादमिक भी सरफेस फिनिशिंग के क्षेत्र में अपने इनोवेशन्स को पेश करेंगे।
एमएफएआई के मैनेजिंग ट्रस्टी माधव सिंह ने बताया कि दुनिया भर में सरफेस फिनिशिंग का मार्केट
साइज़ साल 2024 में 12.89 बिलियन डॉलर का है। एक अनुमान के मुताबिक यह 2024-30 के बीच
7.97 फीसदी दर से बढ़कर 2030 तक 22.05 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। पश्चिम से पूर्व की
ओर झुकाव के चलते एपीएसी देशों में सरफेस फिनिशिंग की खपत पूरे संसार में 78 प्रतिशत हो गई है।
एमएफएआई के सचिव अमित अग्रवाल ने कहा कि एमएफएआई की स्थापना साल 1973 में मुंबई में
पंजीकृत संस्था के रूप में की गई थी। पांच दशकों की यात्रा के दौरान संगठन अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक
विकसित हो गया है। सरफेस फिनिशिंग उद्योग को लाभान्वित करने के लिए एमएफएआई ने 450
टेकनिकल बैठकें और 120 सेमिनारें आयोजित किए है।