ग्रीन पटाखों पर नहीं लगाया जाए प्रतिबंध

दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने लगातार
तीसरे साल दीवाली पर पटाखे चलाने के प्रतिबंध का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि जो पटाखे
प्रदूषण फैलाते हैं, उनकी बिक्री और भंडारण पर अवश्य रोक लगाई जाए लेकिन ग्रीन पटाखे चलाने की
अनुमति दी जानी चाहिए। दीवाली का त्योहार केवल एक उत्सव नहीं बल्कि करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं
से जुड़ा त्योहार है।

बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार हर साल एकतरफा तरीके से पटाखों के उत्पादन,
बिक्री, भंडारण और इन्हें चलाने पर रोक लगा देती है।

अब तक कोई ऐसा वैज्ञानिक अध्ययन नहीं हुआ
जिससे यह सिद्ध हो सके कि हर साल दीवाली पर पटाखों से प्रदूषण बढ़ जाता है। प्रदूषण बढ़ाने वाले
पटाखों पर प्रतिबंध तो न्यायसंगत माना जा सकता है लेकिन ग्रीन पटाखे जोकि पर्यावरण को किसी तरह
का नुकसान नहीं पहुंचाते, उन पर रोक नहीं लगाई जानी चाहिए। इस साल 12 नवंबर को दीवाली का
त्योहार है।

सरकार को उस दिन निश्चित घंटों के दौरान पटाखे चलाने की अनुमति देनी चाहिए। उन्होंने
कहा कि एकतरफा रोक के कारण न सिर्फ लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, बल्कि इससे जुड़ी
व्यापारिक गतिविधियां ठप होने से लाखों लोगों को नुकसान होता है। पटाखा उद्योग को इस तरह की
एकतरफा रोक से पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है। बिधूड़ी ने कहा कि सरकार को प्रदूषण कम करने
के लिए अपनी जिम्मेदारी को नहीं भूलना चाहिए।

हर साल दीवाली के आसपास प्रदूषण इसलिए बढ़
जाता है कि सरकार अपनी जिम्मेदारियां निभाने में पूरी तरह नाकाम रही है। दीवाली के आसपास का
दबाव वाला मौसम धुएं और धूल की लेयर को ऊपर नहीं जाने देता। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुलभ न होने के
कारण लोग अपनी गाड़ियां चलाते हैं जिससे प्रदूषण बढ़ता है। नौ सालों में केजरीवाल सरकार एक भी
बस नहीं खरीद पाई।

हाल ही में जो इलेक्ट्रिक बसें आई हैं, वह केंद्र सरकार ने दिल्ली को दी हैं। दिल्ली
की सड़कों की मरम्मत जी-20 के दौरान केंद्र सरकार ने की है लेकिन अभी भी दिल्ली की सड़कों का बुरा
हाल है। इसी तरह पराली की समस्या सुलझाने के लिए कोई व्यावहारिक कदम दिल्ली सरकार नहीं उठा
पाई।

बारिश से दिल्ली का प्रदूषण कम होता है तो दिल्ली सरकार अपनी पीठ थपथपा लेती है जबकि
खुश्क मौसम में प्रदूषण के कारण दिल्ली की हालत खराब हो जाता है।

बिधूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हाल ही में कृत्रिम बारिश की जरूरत भी बताई है
और वह इस प्रयोग को दीवाली के आसपास अमल में ला सकते हैं।

पटाखों पर प्रतिबंध का एकतरफा फैसला वापस लिया जाए और हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहार दीवाली को फीका बनाने से रोका जाए।
हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहार दीवाली को फीका बनाने से रोका जाए।

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