पल्ला गांव के निवासियों में आक्रोश
Greater noida पल्ला गांव के निवासियों में आक्रोश फैल गया, जब डीएमआईसी (दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा) प्रोजेक्ट के तहत उनकी पुश्तैनी आबादियों को तोड़ने के लिए प्राधिकरण द्वारा धारा 10 के नोटिस जारी किए गए।
ग्रामीणों ने इसे प्राधिकरण की तानाशाही करार देते हुए विरोध जताया और आज पल्ला से दतावली रोड पर स्थित इंद्रप्रधान की तीन मंजिल वाली आबादी के पास सैकड़ों की संख्या में एकत्र होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान किसान सभा की ग्राम कमेटी का गठन किया गया और रोबिन भाटी को सर्वसम्मति से पल्ला गांव की कमेटी का अध्यक्ष चुना गया।पल्ला गांव का अधिग्रहण डीएमआईसी प्रोजेक्ट के लिए पहले ही किया जा चुका है, जिसके तहत रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने प्रोजेक्ट के लिए पहले ही अपनी बड़ी मात्रा में जमीन दी है, लेकिन अब उनकी आबादियों को भी निशाना बनाया जा रहा है। इंद्रप्रधान ने बताया, “मेरी आबादी पुश्तैनी है और मैं इसका मालिक-काबिज हूं। जिस जमीन पर मेरी आबादी बनी है, वह अधिग्रहित नहीं हुई है और खतौनी में मेरा नाम दर्ज है। इसके बावजूद प्राधिकरण इसे अतिक्रमण बता रहा है। यह सरासर अन्याय है और हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रुपेश वर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “किसान सभा एक जनवादी संगठन है, जिसका उद्देश्य किसानों के हितों की रक्षा करना है। इसी कड़ी में आज पल्ला गांव में संगठन का विस्तार किया गया और रोबिन भाटी को अध्यक्ष चुना गया।” रोबिन भाटी का स्वागत किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर, महासचिव जगबीर नंबरदार और मास्टर राजवीर सिंह ने संगठन की टोपी पहनाकर किया।मास्टर राजवीर सिंह ने कहा, “हम सब किसान सभा के साथ एकजुट हैं और प्राधिकरण की तानाशाही का मुंहतोड़ जवाब देंगे।”
वहीं, महासचिव जगबीर नंबरदार ने दावा किया कि पिछले तीन वर्षों में किसान सभा ने किसानों की आबादियों को बचाने में सफलता हासिल की है और इस बार भी ग्रामीणों के साथ मिलकर आबादियों पर हमले को नाकाम किया जाएगा।