इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) नोएडा में शुक्रवार को
एफडीपी सम्पन्न हुआ। संचार एवं प्रस्तुतीकरण विषय पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यक्रम में आईसीटी
एकेडमी के प्रशिक्षक मोहम्मद आदिल ने संचार की विविधतापूर्ण विधियों एवं विद्यार्थियों को शिक्षा देने
के तरीकों के बारे में विस्तार से चर्चा की। वहीं आईएमएस स्कूल ऑफ आईटी द्वारा आयोजित इस
कार्यक्रम के दौरान पत्रकारिता, कॉमर्स, मैनेजमेंट, लॉ डिपार्टमेंट सहित आईटी और अन्य विभागों के
सैकड़ों अध्यापकों ने हिस्सा लिया।
शुक्रवार को एफडीपी के समापन सत्र में शिक्षकों को संबोधित करते हुए आईएमएस के महानिदेशक
प्रो.(डॉ.) विकास धवन ने कहा कि शिक्षण कार्य में संचार एवं प्रस्तुतीकरण का विशेष महत्व है। शैक्षणिक
कार्य को सफलतापूर्वक संपादित करने के लिए रचनात्मक प्रस्तुतीकरण कौशल एवं संचार कौशल का
पर्याप्त ज्ञान अनिवार्य है।
आप विभिन्न प्रकार के संचार तकनीक जिनमें प्रेजेंटेशन, डेबेट, रोल-प्ले, और
व्यक्तिगत और सामूहिक भाषण आदि का प्रयोग कर छात्रों के साथ संचार कौशल को बेहतर बना सकते
हैं। साथ ही अध्ययन कार्य में छात्रों के साथ उचित भाषा का प्रयोग, सही शब्दों का चयन एवं
सुव्यवस्थित अध्ययन सामग्री से रोचकता भी बढ़ाई जा सकती है।
इस विशेष कार्यक्रम को संचालित करते हुए संचार एवं प्रशिक्षण के विशेषज्ञ मोहम्मद आदिल ने संचार
की विविधतापूर्ण विधियों से विद्यार्थियों को शिक्षा देने के तरीकों के बारे में विस्तार से समझाया। खास
बात यह रही कि रोल प्ले, क्विज, इंटरेक्टिव टेक्नीक, कंपैरेटिव एनालिसिस, साइकोलॉजिकल गेमिंग, प्ले
लर्निंग सहित इम्पैक्ट ऑफ एप्रिसिएशन जैसी तकनीक और सकारात्मक मनोवैज्ञानिक तरीकों से
विद्यार्थियों को शिक्षण पर जोर दिया गया। मो.आदिल ने बताया कि कैसे सफल शिक्षण के लिए शिक्षक
एक विकसित मनोविज्ञान और संचार कौशल का इस्तेमाल कर सकता है। दिलचस्प बात यह रही कि
मो.आदिल के दिए गए असाइनमेंट्स में आइएमएस के शिक्षकों ने समूह विभाजन की तकनीक अपनाते
हुए अभिनय, सांकेतिक प्रदर्शन, पहेली सहित विविध प्रस्तुतियों के माध्यम से अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन किया।