प्रदेश की एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की मेरठ यूनिट
को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। उसने नकली दवाइयों की तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते
हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से ट्रक में भरा एक करोड़ रुपए कीमत का नकली
कफ सीरप बरामद किया है। जिसे आरोपी मेरठ से लोड कर पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार ले जा रहे थे।
आरोपियों के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार, मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड और 38 सौ
रुपए भी बरामद किए हैं। पूछताछ के आधार पर एएनटीएफ की टीम आरोपियों के अन्य साथियों को भी
ट्रेस करने का प्रयास कर रही है।
एएनटीएफ मेरठ यूनिट के प्रभारी सौरभ विक्रम सिंह ने बताया कि सूचना के आधार पर नकली दवाइयों
की तस्करी करने वाले गैंग के तीन सदस्यों को गाजियाबाद के कौशांबी थानाक्षेत्र से गिरफ्तार किया गया
है। जिनमें ग्राम राधना इनायतपुर थाना किठौर, मेरठ निवासी सरफराज, लिसाड़ी गेट मेरठ निवासी यूसुफ
खान उर्फ गुड्डू डाक्टर और हापुड़ निवासी तुफैल चौधरी शामिल हैं। टीम प्रभारी की मानें तो पूछताछ में
आरोपियों ने बताया कि वह बरामद औषधि को मेरठ से ट्रक में लोड कर पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार
ले जा रहे थे। इसकी एवज में उन्हें डेढ़ लाख रुपए प्रति चक्कर मिलता है। 25 हजार रुपए तुफैल को
हिस्सा देने के बाद सरफराज और गुड्डू बाकी रकम को आपस में बांट लेते थे।
इंस्पेक्टर सौरभ विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी फोम के गद्दों की आड़ में नकली दवाइयों की तस्करी
कर रहे थे। इसके लिए आरोपियों ने भगवानपुर, रूडक़ी से फोम के गद्दों का ई-वे बिल बनवाया था।
जिसकी आड़ में वह कोडीन युक्त फेंसीडिल कफ सीरप ट्रक में भरकर ले जा रहे थे। पुलिस का कहना है
कि औषधि के कार्टून कुछ कम पड़ जाने पर आरोपी कौशांबी थानाक्षेत्र स्थित औद्योगिक क्षेत्र में रुके थे।
जहां सरफराज और गुड्डू डाक्टर अपनी वैगनआर कार से कार्टून लेकर पहुंचे। इसके बाद तीनों आरोपी
बिहार के चलते, लेकिन इससे पूर्व ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपियों ने बताया कि घटना मेंप्रयुक्त कार सरफराज की है और जिस ट्रक में नकली दवाइयों की तस्करी कर रहे थे वह ट्रककुंदरकीमुरादाबाद निवासी मुशर्रफ खान का है। तस्करी का माल ले जाने की एवज में मुशर्रफ उनसे 50 हजार
रुपए प्रतिमाह लिया करता था। पुलिस मुशर्रफ की भी तलाश कर रही है।