यूपी में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए आयोग की अनोखी पहल: हाउसिंग सोसाइटी में स्थापित किएमतदान केंद्र

भारत निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में मतदान
प्रतिशत बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में हाउसिंग सोसाइटी के भीतर 200 से अधिक मतदान
केंद्र स्थापित किए हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा ने एक न्यूज एजेंसी के साथ
एक साक्षात्कार में कहा कि चुनाव निकाय उन शहरी क्षेत्रों पर ध्यान दे रहा है, जहां अतीत में कम
मतदान हुआ है।


रिनवा ने बताया कि पूरे राज्य में करीब 200 से अधिक मतदान केंद्र हाउसिंग सोसाइटी में बनाए गए हैं
जिसमें नोएडा अग्रणी है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर, बरेली और यहां तक कि मथुरा
में भी ऐसे मतदान केंद्र होंगे। यह पूछे जाने पर क्या प्रदेश में मतदान प्रतिशत 60 प्रतिशत को पार
करेगा तो उन्होंने विश्वास जताया कि प्रदेश के मतदाता ‘फर्स्ट डिविज़न’ हासिल करेंगे।


निर्वाचन आयोग के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में मतदान प्रतिशत 59.11
प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं चुनाव भागीदारी) गतिविधियां इस
प्रदेश में अब भी चल रही हैं।

अधिकारी ने कहा कि इस बार प्रदेश में 15.30 करोड़ से अधिक लोग
मतदान करने के पात्र हैं और सोनभद्र के दो विधानसभा क्षेत्रों को छोड़कर सभी जगह मतदान सुबह सात
बजे से शाम छह बजे तक चलेगा।

उन्होंने कहा, “सोनभद्र में रॉबर्ट्सगंज (आरक्षित) लोकसभा सीट पर
सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा। यहां सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान का
समय रखने का भारतीय निर्वाचन आयोग को प्रस्ताव दिया गया है।”

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