तकनीकी सहायता देने के नाम पर अमेरिका के लोगों को ठगने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़

तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के नाम पर अमेरिका के लोगों से
ठगी करने वाले कॉल सेंटर का साइबर थाना ईस्ट पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने 12 आरोपियों
को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 9 डेस्कटॉप कंप्यूटर, 2 लैपटॉप, 1 मोबाइल और एक मॉडम बरामद
किया है। एसीपी साइबर अपराध विपिन अहलावत ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एस 37/19,
डीएलएफ-फेज 3, गुरुग्राम में फर्जी तरीके से कॉल सेंटर चलाकर यूएसए के नागरिकों को कस्टमर सर्विस
देने के नाम पर धोखाधड़ी करने की सूचना मिली थी। इस पर टीम ने रेड कर मौके से 12 आरोपियों को
काबू किया गया।

आरोपियों की पहचान अनंत राज वर्मा (संचालक) निवासी राजाजीपुरम, (उत्तर प्रदेश),
रजत मिश्रा निवासी उत्तर प्रदेश हाल गांव नाथूपुर गुरुग्राम, संकल्प (मैनेजर) निवासी उत्तर-प्रदेश हाल गांव
नाथूपुर गुरुग्राम, मयंक निवासी जिला नूंह, विशाल निवासी मध्य प्रदेश हाल पालम विहार (गुरुग्राम), रवि
शंकर निवासी मारुति कुंज भोंडसी (गुरुग्राम), शिवम निवासी मध्य प्रदेश हाल पता डीएलएफ फेज -3
(गुरुग्राम), पुष्पेंद्र चौहान निवासी जिला नूंह, विकास प्रकाश निवासी केरल हाल पता महावीर कैंपस
छतरपुर (दक्षिण दिल्ली), विवेक सिंह निवासी उत्तर प्रदेश हाल पता गांव नाथूपुर गुरुग्राम, पुष्पेंद्र सिंह
निवासी गांव नाथूपुर गुरुग्राम व अजय सिंह निवासी लुधियाना (पंजाब) हाल पता डीएलएफ फेज-3


गुरुग्राम के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच
में सामने आया कि आरोपी अनंत राज वर्मा कॉल सेंटर का संचालक है व संकल्प व रजत मिश्रा इसके
कॉल सेंटर के मैनेजर है, तथा यह अपने साथियों/कर्मचारियों के साथ मिलकर इस कॉल सेंटर चलाता है।
इसने सभी को कस्टमर सर्विस के लिए सेलरी/कमीशन पर रखा हुआ है। आरोपी रजत और संकल्प को
ठगी की राशि में से कमीशन के तौर पर 15 प्रतिशत व बाकी सभी आरोपियों को 10 प्रतिशत कमीशन
के तौर पर पैसे मिलते थे। आरोपी संचालक ने पुलिस पूछताछ में यह भी बताया कि यह वर्ष- 2021 से
अपने साथी आरोपियों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है।

इसने यूएसए के नागरिकों को एप्पल,
माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न, पेपाल आदि. की कस्टमर केयर सर्विस प्रदान देने के लिए वर्चुअल टीएफएन नंबर
लिए हुए है, जिन नंबरों पर यह कॉल लैंड करवाता है तथा आई बीम डायलर के माध्यम से आने वाली
कॉल को ये सुनते है, जिस ग्राहक को एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, पेपाल, एप्पल आदि से कोई असुविधा होती

है तो इनके टीएफएन नंबर पर वर्चुअल कॉल करते है, ये कॉलर से उनकी शिकायत पूछते है।
कॉलर/कस्टमर जिस कम्पनी के बारे में कोई असुविधा/समस्या बताता है तो ये खुद को उस कम्पनी का
प्रतिनिधि बताकर पहले उन्हें अपने विश्वास में लेते और उसकी समस्या दूर करने के लिए अन्यडेस्क,
टीम व्यूअर, अल्ट्रा व्यूअर आदि एप्लिकेशन को माध्यम उसके सिस्टम का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर लेते
और उन्हें वास्तविक बात न बताकर उनसे अन्य समस्याओं के बारे में बात करते है और उन्हें उनकी
निजी जानकारी का रिस्क,

हैकर द्वारा अकाउंट हैक करना, डिवाइस असुरक्षित, फाइनेंसियल इनफार्मेशन
लीक व चाईल्ड पोर्नोग्राफी इत्यादि के बारे में बताते है फिर उस समस्या को दूर करने के नाम पर कॉलर
से 500-1000 डॉलर को ऑनलाइन गिफ्ट कार्ड जैसे गूगल पे, अमेज़न आदि के माध्यम से ट्रांसफर
करवा लेते थे व बाद मे ब्लॉकर के माध्यम से कैश करवाकर अपना हिस्सा प्राप्त कर लेता है। पुलिस
मामले की जांच कर रही है।

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