चार बार चेतावनी तीन बार धोखा: अरब सागर में पाकिस्तानी मिसाइलों का ड्रामा जारी

भारत-पाक तनाव एक बार फिर से चरम पर

 

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाक तनाव एक बार फिर से चरम पर है। भारतीय सेना और सरकार जहां सख्त कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ा रही है,

वहीं पाकिस्तान ने समुद्री मोर्चे पर मिसाइल परीक्षण की घोषणाओं का सहारा लेना शुरू कर दिया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि बीते एक सप्ताह में पाकिस्तान ने चार बार मिसाइल परीक्षण के लिए नोटिफिकेशन जारी किए, पर तीन बार वादे के मुताबिक कोई परीक्षण नहीं किया गया—जैसे समंदर में मिसाइलों की ‘मिस्ड कॉल’ दी गई हो।

पाकिस्तान के दावे, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ औररक्षा सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने सबसे पहला नोटिफिकेशन 24 अप्रैल को सुबह 9:30 बजे जारी किया था, जिसमें कहा गया कि कराची तट के पास विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में 24-25 अप्रैल के बीच सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद और भी तीन नोटिफिकेशन जारी किए गए, लेकिन उनमें से केवल एक परीक्षण ही देखा गया—बाकी केवल ‘घोषणाएं’ बनी रहीं।

भारतीय नौसेना ने जारी किए ग्रीन नोटिफिकेशन

दूसरी ओर, भारतीय नौसेना ने गुजरात तट के पास तीन “ग्रीन नोटिफिकेशन” जारी किए हैं। ये नोटिफिकेशन उन क्षेत्रों और समय सीमाओं को सार्वजनिक करने के लिए होते हैं, जहां मिसाइल परीक्षण या नौसैनिक ड्रिल होने वाली होती है। खास बात यह है कि पाकिस्तान का नौसैनिक अभ्यास स्थल भारत के परीक्षण क्षेत्र से महज़ 85 समुद्री मील की दूरी पर स्थित है। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय सेना हर गतिविधि पर बारीकी से नजर बनाए हुए है।

एलओसी से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पाकिस्तान की उकसावेबाज़ी

सिर्फ समुद्री मोर्चे पर ही नहीं, बल्कि जमीन पर भी पाकिस्तान की ओर से हालात को बिगाड़ने की कोशिशें जारी हैं। नियंत्रण रेखा (LoC) पर बीते सात दिनों से पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। लेकिन बुधवार रात स्थिति और गंभीर तब हो गई जब पाकिस्तान ने जम्मू के परागवाल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी गोलीबारी की।

रक्षा सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार तक पाकिस्तानी फायरिंग केवल LoC तक सीमित थी, लेकिन अब वह अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पहुंच चुकी है। इससे यह संकेत मिल रहा है कि पाकिस्तान दबाव में है और सीमा पर तनाव को बढ़ाकर माहौल को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।

भारत तैयार, अलर्ट मोड में सेना

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार पूरी तरह एक्शन मोड में है। सीमावर्ती क्षेत्रों में ऑपरेशनल अलर्ट जारी किया जा चुका है। सेना की निगरानी तेज कर दी गई है और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हर स्तर पर तैयारी की जा रही है।

अरब सागर से लेकर जम्मू की अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पाकिस्तान की गतिविधियां यह बताने के लिए काफी हैं कि वह भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई को लेकर घबराया हुआ है। मिसाइल परीक्षणों के फर्जी नोटिफिकेशन हों या सीमा पर बेतुकी फायरिंग—पाकिस्तान की ये रणनीति कहीं न कहीं उसकी असुरक्षा और दबाव की मनोदशा को दर्शा रही है।

वहीं भारत न केवल शांत है, बल्कि हर मोर्चे पर जवाब देने को तैयार भी।

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