अहमदाबाद Plane विमान हादसे में AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट से उठे नए सवाल
अहमदाबाद, 15 जुलाई 2025 – 12 जून को अहमदाबाद में हुए दुखद Plane विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है. इस दुर्घटना में 246 यात्रियों की मौत हो गई थी, जिसके बाद से ही देशभर में शोक का माहौल है.
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट ने कई अहम जानकारियां सामने रखी हैं, लेकिन साथ ही कुछ नए सवाल भी खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब अभी मिलना बाकी है. हादसे के बाद से ही Plane विमान के ‘फ्यूल कंट्रोल स्विच’ सुर्खियों में हैं, और रिपोर्ट में इस पर विशेष ध्यान दिया गया है.

फ्यूल स्विच: रन से ‘कटऑफ’ तक का सफर
AAIB की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, 12 जून को बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 Plane विमान के उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद, दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच ‘रन’ (RUN) से ‘कटऑफ’ (CUTOFF) स्थिति में चले गए थे. इसी के चलते विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा है, क्योंकि सामान्य उड़ानों में ऐसा होना अप्रत्याशित होता है.
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “प्रारंभिक जांच रिपोर्ट ने और सवाल खड़े कर दिए हैं.” यह बयान इस बात का संकेत है कि जांच अभी भी एक शुरुआती चरण में है और दुर्घटना के पीछे के वास्तविक कारणों को जानने के लिए गहन विश्लेषण की आवश्यकता होगी.
थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) का दो बार बदलना
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में एक और महत्वपूर्ण तथ्य सामने आया है कि एयर इंडिया ने 2019 और 2023 में, बोइंग के निर्देश के बाद, बोइंग 787-8 विमान के थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) को दो बार बदला था.
सूत्रों के अनुसार, बोइंग ने 2019 में ड्रीमलाइनर के सभी संचालकों के लिए एक संशोधित रखरखाव योजना दस्तावेज (MPD) जारी किया था. इस दस्तावेज के अनुसार,Plane विमान संचालकों के लिए हर 24 हजार उड़ान घंटों के बाद TCM बदलना अनिवार्य किया गया था.
2019 में MPD जारी होने के बाद से, एयर इंडिया ने इस विशेष Plane विमान का TCM 2019 और 2023 में बदलवाया था. हालांकि, AAIB रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि TCM के इन प्रतिस्थापनों का फ्यूल कंट्रोल स्विच में किसी ज्ञात खराबी से सीधा संबंध नहीं था.
दुर्घटना की भयावहता और जांच की दिशा
इस भयानक Plane विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. 246 यात्रियों की मौत एक बड़ी त्रासदी थी, जिसने विमान सुरक्षा प्रोटोकॉल और जांच प्रक्रियाओं पर तत्काल ध्यान आकर्षित किया.
AAIB की रिपोर्ट का मुख्य कार्य यह पता लगाना है कि आखिर टेकऑफ से ठीक पहले Plane विमान में ऐसा क्या हुआ कि वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. रिपोर्ट में इंजन की कमी या फ्यूल सप्लाई कटऑफ को मुख्य कारण बताया जा रहा है.
जांचकर्ता अब इन बिंदुओं पर गहराई से काम कर रहे हैं:
- फ्यूल स्विच का ‘रन’ से ‘कटऑफ’ में क्यों बदला? क्या यह मानवीय त्रुटि थी, या कोई तकनीकी खराबी? कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) में एक पायलट को दूसरे से यह पूछते हुए सुना गया है कि “आपने कटऑफ क्यों किया?”, जिस पर दूसरा पायलट जवाब देता है “मैंने नहीं किया.” यह बातचीत दुर्घटना के पीछे के रहस्य को और गहरा करती है.
- इंजन के TCM बदलने का क्या महत्व है? भले ही रिपोर्ट में इसे सीधे फ्यूल स्विच की खराबी से नहीं जोड़ा गया हो, लेकिन इसकी जांच अभी भी जारी है कि क्या इन प्रतिस्थापनों का कोई अप्रत्यक्ष संबंध था.
- सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन: एयर इंडिया और बोइंग द्वारा जारी किए गए सुरक्षा निर्देशों और रखरखाव प्रोटोकॉल का कितनी सख्ती से पालन किया गया, इसकी भी पड़ताल की जा रही है.

आगे की जांच और उम्मीदें
AAIB की यह प्रारंभिक रिपोर्ट जांच का पहला चरण है. आगे की जांच में, मलबे का विश्लेषण, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, और विभिन्न घटकों की विस्तृत जांच शामिल होगी. Plane विमान के डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) से प्राप्त डेटा का गहन विश्लेषण किया जा रहा है ताकि दुर्घटना के सटीक क्रम और कारणों का पता चल सके.
यह दुर्घटना विमानन उद्योग के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करती है, खासकर बोइंग के ड्रीमलाइनर जैसे आधुनिक Planes विमानों की सुरक्षा को लेकर. उम्मीद है कि अंतिम रिपोर्ट से दुर्घटना के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला जाएगा और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षा सिफारिशें जारी की जाएंगी.
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